अजीब खेल है ये मोहब्बत का,
किसी को हम न मिले, कोई हमें ना मिला।
उसने देखा ही नहीं अपनी हथेली को कभी,
उसमे हलकी सी लकीर मेरी भी थी।
तमाम नींदें गिरवी हैं हमारी उसके पास,
जिससे ज़रा सी मुहब्बत की थी हमनें।
कितने सालों के इंतज़ार का सफर खाक हुआ,
उसने जब पूछा.. कहो कैसे आना हुआ।
हाथों की लकीरे पढ़ कर रो देता है दिल,
सब कुछ तो है मग़र तेरा नाम क्यूँ नहीं है।
इश्क अभी पेश ही हुआ था इंसाफ के कटघरे में,
सभी बोल उठे यही कातिल है.. यही कातिल है।
ना जाने वो कितनी नाराज़ है मुझसे..
ख्वाब में भी मिलती है तो.. बात नहीं करती।
जी करता है तेरे संग भीगू मोहब्बत की बरसात मे,
और रब करे.. उसके बाद तुझे इश्क़ का बुखार हो जाए।
उनका इल्ज़ाम लगाने का अंदाज ही कुछ गज़ब का था,
हमने खुद अपने ही ख़िलाफ गवाही दे दी।
ज़िंदगी में मोहबत का पौधा लगाने से पहले ज़मीन परख लेना,
हर एक मिटटी की फितरत में वफ़ा नहीं होती दोस्तो।
Na zid hai na koi gurur hai hume,
Bas tumhe pane ka surur hai hume,
Ishq gunah hai to galti ki humne,
Saza jo bhi ho manjur hai hume!
न जिद है न कोई गुरूर है हमे,
बस तुम्हे पाने का सुरूर है हमे,
इश्क गुनाह है तो गलती की हमने,
सजा जो भी हो मंजूर है हमे।
Ishq ka jisko khwaab aa jata hai,
Waqt samjho khraab aa jata hai,
Mehboob aaye ya na aaye,
Par Taare ginne ka hisaab jarur aa jata hai!
इश्क का जिसको ख्वाब आ जाता है,
समझो उसका वक़्त खराब आ जाता है,
महबूब आये या न आये,
पर तारे गिनने का तो हिसाब आ ही जाता है!
उनके आने के इंतज़ार में हमनें,
सारे रास्ते दिएँ से जलाकर रोशन कर दिए,
उन्होंने सोचा कि मिलने का वादा तो रात का था,
वो सुबह समझ कर वापस चल दिए।
Mana Ki Tum Jeete Ho Zamane Ke Liye,
Ek Bar Jee Ke To Dekho Hamare Liye,
Dil Ki Kya Aukaat Apke Saamne,
Hum To Jaan Bhi De Denge Apko Pane Ke Liye.
माना की तुम जीते हो ज़माने के लिये,
एक बार जी के तो देखो हमारे लिये,
दिल की क्या औकात आपके सामने,
हम तो जान भी दे देंगे आपको पाने के लिये!
Mana aaj unhe hamara koi khayal nahi,
jawab dene ko hum razi he par koi sawal nahi,
pucho unke dil se kya hum unke yaar nahi,
kya hamse milne ko wo bekarar nahi
माना आज उन्हें हमारा कोई ख़याल नहीं,
जवाब देने को हम राज़ी है, पर कोई सवाल नहीं!
पूछो उनके दिल से क्या हम उनके यार नहीं,
क्या हमसे मिलने को वो बेकरार नहीं!
Koi kehta hai pyaar nasha ban jata hai..
Koi kehta hai pyaar saza ban jata hai..
Par pyaar karo agar sachche dil se..
To wo pyaar hi jine ka waja ban jata hai!
कोई कहता है प्यार नशा बन जाता है!
कोई कहता है प्यार सज़ा बन जाता है!
पर प्यार करो अगर सच्चे दिल से,
तो वो प्यार ही जीने की वजह बन जाता है!
Koi Rasta Nahi Dua Ke Siva,
Koi Sunta Bhi Nahi Khuda Ke Siva,
Maine Zindagi Koi Kareeb Se Dekha Hai Dost,
Muskil Mein Koi Sath Nahi Deta Aansu Ke Siva.
कोई रास्ता नही दुआ के सिवा,
कोई सुनता नही खुदा के सिवा,
मैने भी ज़िंदगी को करीब से देखा है मेरे दोस्त,
मुस्किल मे कोई साथ नही देता आँसू के सिवा.
Uske Sath Rehte Rehte Uski Chahat Si Ho Gayi Hai
Usse Baat Karte Karte Mujhe Uski Aadat Si Ho Gayi Hai,
Ek Pal Na Mile Toh Bechani Si Lagti Hai
Dosti Nibhate Nibhate Usse Mohabbat Si Ho Gayi Hai!
उसके साथ रहते रहते हमे चाहत सी हो गयी,
उससे बात करते करते हमे आदत सी हो गयी,
एक पल भी न मिले तो न जाने बेचैनी सी रहती है,
दोस्ती निभाते निभाते हमे मोहब्बत सी हो!
मेरी मोहब्बत है वो कोई मज़बूरी तो नही,
वो मुझे चाहे या मिल जाये, जरूरी तो नही,
ये कुछ कम है कि बसा है मेरी साँसों में वो,
सामने हो मेरी आँखों के जरूरी तो नही!
Meri mohabbat hai woh koi majboori to nahin,
Woh mujhe chahe ya mil jaye, zaroori to nahin,
Yeh kuch kam hai ke basa hai meri saanson mein,
Woh saamne ho meri aankhon ke zaroori to nahin.
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