कल न हम होंगे न कोई गिला होगा !
सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिलसिला होगा !!
जो लम्हे हैं चलो हँस कर बिता ले...!
जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा !!
नज़रों को आंसुओ की कमी नहीं होती !
फूलों को बहारों की कमी नहीं होती...!!
आप क्यूँ इस न चीज को याद करोगे !
आप तो आसमा हो और आसमा को सितारों की कमी नहीं होती !!
आए मेरे नादान दिल रोते नहीं !
कुछ अपने होके भी पास होते नहीं !!
ज़रा सी फासलों से उदाश कैसे....!
दिल में बसने वाले कभी दूर होते नहीं !!
इश्क दो जिंदगी का अफसाना हैं !
इश्क का अपना ही एक तराना हैं !!
पता हैं सब को मिलेंगे सिर्फ आंसू !
पर न जाने दुनियाँ में हर कोई क्यूँ इश्क का ही दीवाना हैं !!
न हुवा हूँ बेवफा बस बदल सा गया हूँ !
प्यार की बातें करने से संभल सा गया हूँ !!
टुटा जो दिल तो दर्द हुवा इतना....!
मिले जख्मो से कुछ संभल सा गया हूँ !!
मुझे उसके पहलु में आशियाना न मिला !
उसकी झुल्फों की छाव में ठिकाना न मिला !!
कह दिया उसने बेवफा मुझको....!
जब उन्हें जानने का कोई बहाना न मिला !!
समझ न सके उन्हें हम !
क्योकि हम प्यार के नशे में चूर थे !!
अब समझ में आया जिसपे हम जान लुटाते थे !
वो दिल तोरने के लिए मशहूर थे !!
उदासी भी मुस्कान बन जायेगी !
रूकती हुई सांसे भी जान बन जायेगी !!
भेज दीजिये हवाओं में अपनी खुशबू !
वो ही हमारी ख़ुशी का फरमान बन जाएगी !!
आपकी धड़कन से हैं रिश्ता हमारा !
आपकी साँसों से हैं नाता हमारा !!
भूल कर भी कभी भूल न जान !
आपकी यादों के सहारे हैं जीना हमारा !!
चाहे प्यार कितनो भी दूर रहे !
प्यार के सिलसिले कभी न कम होंगे !!
जब भी लगे तुम तकलीफ में हो !
पलट कर देखना तेरे पीछे हम होंगे !!
कुछ रिश्ते अनजाने में हो जाते हैं !
पहले दिल फिर जिंदगी से जुर जाते हैं !!
कहते हैं उस दौर को दोस्ती....!
जिसमे लोग जिंदगी से भी प्यारे हो जाते हैं !!
समझ सका न कोई मेरे दिल को !
ये दिल यूँ ही नादान रह गया !!
मुझे कोई गम नहीं इस बात का !
अफसोस हैं की मेरा यार भी मुझसे अंजान रह गया !!
उसको चाहते रहेंगे यूँ उम्र गुजर जायेगी !
मौत आएगी और जिंदगी ले जायेगी !!
मेरे मरने पे भी मेरे सनम को रोने न देना !
उसको रोते देख मेरी रूह तड़प जायेगी !!
प्यास ऐसी की पी जाऊ आँखे तेरी !
नसीब ऐसा की हासिल जहर भी नहीं !!
बे ग़र्ज वफाए कोई हमसे पूछे...!
जिसे टूट के चाहा उसे खबर भी नहीं !!
अब भी ताज़ा हैं जख्म सिने में !
बिन तेरे क्या रखा हैं जीने में...!!
हम तो जिन्दा हैं तेरा साथ पाने को !
वर्ना देर नहीं लगती हैं जहर मिने में !!
न समझ भूल गया हूँ तुझे !
तेरी खुशबू मेरे सांसो में आज भी हैं !!
मजबूरियों ने निभाने न दी मोहब्बत !
सच्चाई मेरी वाफाओ में आज भी हैं !!
सिर्फ दो कदम दूर किनारा होगा !
सोचो कितना खुबशुरत वो नज़ारा होगा !!
बस दिल जो कहे उसे करना....!
फिर देखना जो तुम सोचोगे वो तुम्हारा होगा !!
ये छोटी सी याद बरा सिला देगी !
गुलाब की तरह आपका चेहरा खिला देगी !!
मत छोरना कभी हमारी दोस्ती को !
ये याद खुद आपको हमसे मिला देगी !!
हर फूल को रात की रानी नहीं कहते !
हर किसी से दिल की कहानी नहीं कहते !!
मेरी आँखों की नमी से समझ लो दोस्तों !
क्योकि हर बात को हम जुबानी नहीं कहते !!
यूँ नज़र से की बात और दिल चुरा गए !
अँधेरे के साए में धड़कन सुना गए....!!
हम तो समझे थे अजनबी आप को !
पर आप तो हमें अपना बना गए !!
न कोई तस्वीर न कोई निशानी थी !
न कोई जंजीर न कोई कहानी थी !!
आपका दोस्त होना इत्तफाक था शायद !
या फिर खुदा की हम पे कोई मेहरबानी थी !!
चाहते हो किसी की मोहब्बत तो कहना तो होगा !
इकरार मिले या इनकार अंजाम सहना तो होगा !!
ये प्यार समंदर हैं आग का दोस्तों....!
कश्ती भले मोम की हो बहना तो होगा !!
दिल में कोई और बसा तो नहीं !
ये चाहत इश्क की ज्यादा तो नहीं !!
सब मुझे चाहने लगे हैं....!
कहीं मुझ में तुम्हारे जैसी कोई अदा तो नहीं !!
तेरे होने से एक ख़ुशी जूरी हैं !
तेरी आँखों से एक रौशनी जूरी हैं !!
अपने होठों की हँसी कम न होने देना !
क्योकि तेरी हँसी से एक जिंदगी जूरी हैं !!
वो दिल की हालात से अनजान न था !
इसी घर का था मेहमान न था....!!
जिसके दम से थी रौनक वो कही और जा बसा !
वर्ना हारा घर इतना वीरान न था...!!
एक आशियाना जो दिल ने बसाना चाहा !
सारी दुनियाँ ने उसे मिटाना चाहा...!!
वो जाने क्यों हमसे दूर होते चले गए !
जिन्हें हमने सिर्फ अपना बनाना चाहा !!
वो हमसे राह में मिल जाए जरुरी तो नहीं !
खुद बे-खुद फासले मिट जाए जरुरी तो नहीं !!
जिंदगी तुने तो वफ़ा हमसे न की....!
हम अगर तुझे ठुकराए जरुरी तो नहीं !!
आज कह दिया फिर न कहना कभी !
मेरी नज़रों से दूर तुम न रहना कभी !!
ख़ुशी बनकर लबों पे आये हो तुम...!
आंसू बन कर आँखों से न बहना कभी !!
रिश्ता दोस्ती का बनता हैं अगर तक़दीर होती हैं !
बहुत कम लोगो के हाथ में ये लकीर होती हैं !!
जुदा न हो कभी कोई दोस्त किसी का....!
कसम खुदा की बिछरने पर बहुत तकलीफ होती हैं !!
आंसू की बुँदे हैं या आँखों में नमी हैं !
न ऊपर आसमान हैं न निचे जमीन हैं !!
ये कैसा मोड़ हैं जिंदगी का.....!
आपकी ही जरुरत हैं और आपकी ही कमी हैं !
छोटी सी बात पे कोई शिकवा न करना !
कोई भूल हो जाए हमसे तो माफ़ करना !!
नाराज़ तब होना जब हम रिश्ता तोर देंगे !
क्योकि ऐसा तो तब होगा जब हम दुनियाँ छोर देंगे !!
प्यार में किसी को खोना भी जिंदगी हैं !
जिंदगी में गमो का होना भी जिंदगी हैं !!
यूँ तो रहते हैं होठों पे मुस्कुराहट....!
पर शायद चुपके से रोना भी जिंदगी हैं !!
भींग जाती हैं पलके तन्हाई में !
डरते हैं कोई जान न लें.....!!
पसंद करते हैं तेज़ बरसात में चलना !
कही रोते हुए को कोई पहचान न ले !!
जिंदगी चाहत का एक सिलसिला हैं !
कोई मिल जाता हैं, कोई बिछर जाता हैं !!
जिसे मांगते हैं हम अपनी दुवा में...!
वो किसी और को बिन मांगे मिल जाता हैं !!
तक़दीर के रंग कितने अजीब हैं !
अनजाने रिश्ते हैं फिर भी अजीब हैं !!
किसी को दोस्त आपके जैसा नहीं मिला !
मुझे अनजाने में आप मिले ये नसीब हैं !
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